मधुमक्खियों का हमला.! शव छोड़ श्मशान घाट से भागे लोग…मधुमक्खियों के बारे में क्या कहते हैं जानकार?..पढ़ें पूरी समाचार
Surajpur :- छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से मंगलवार को एक अजीब घटना सामने आई. यहां सुबह शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे कुछ लोग खुद घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.
ज्ञात हो कि, असल में इन लोगों पर मधुमक्खियों (Honeybees) के झुंड ने हमला कर दिया था. इससे बाद दो लोग बेहोश हो गए और 20 लोगों को अस्पताल ले जाना पड़ा. हादसे के बाद लोग शव छोड़कर वहां से भाग गए. करीब एक घंटे तक शव श्मशान में पड़ा रहा. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आधा किलोमीटर दूर ले जाकर शव का अंतिम संस्कार किया गया.
किडनी की बीमारी से लड़ रहा था मृतक
दरअसल, विमल मेहता, निवासी शिवनंदनपुर, किडनी की बीमारी से काफी दिनों से लड़ रहा था. बेहतर इलाज के लिए उसे रायपुर के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. यहीं उसने अपनी अंतिम सांस ली. मंगलवार की सुबह उसका शव घर आया तो 11 बजे उसके अंतिम संस्कार के लिए परिजन और स्थानीय लोग श्मशान घाट पहुंचे. शव वहां रखते ही शमशान घाट में बने शिव शंकर की मूर्ति से मधुमक्खियां आ गईं. शमशान घाट के शंकर मूर्ति में चार-पांच छत्ते मधुमक्खियों ने बना रखे थे. मधुमक्खियों ने अचानक से लोगों पर हमला बोल दिया.
शव छोड़ भागे लोग
जानकारी के मुताबिक, मधुमक्खियों के हमला करने पर लोग वहां से शव छोड़कर भाग खड़े हुए. कुछ लोगों ने पानी में कूद कर मधुमक्खी से अपने आप को बचाया तो कुछ लोग भागते रहे लेकिन, मधुमक्खियों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा. ऐसे में मधुमक्खियों के हमले से घायल 20 लोगों को तत्काल विश्रामपुर अस्पताल पहुंचाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी लोग अपने घर गए.
मधुमक्खियों के आक्रमण से बचकर रहें
बता दें कि, गर्मी के दिनों में मधुमक्खियां नई जगह की तलाश में रहती हैं. इस दौरान खतरा महसूस होने पर वो मिलकर किसी पर भी धावा बोल देती हैं. ये शरीर के अंदर हर डंक के साथ जहर की थैली छोड़ती हैं. दो सौ के आसपास डंक लगने पर व्यक्ति की जान भी जा सकती है. लिहाजा, इस मौसम में मधुमक्खियों से बचकर रहना जरूरी है.
क्या कहते हैं जानकार?
फिलहाल, मधुमक्खियों के जानकार बताते हैं कि इन दिनों मधुमक्खियों की टीम या यूनिट नई जगह और गंध की तलाश में रहती है. गर्मी में ही उनका अंडे देने का समय भी होता है. मधुमक्खी तीन तरह की, एपिस सेरेना इंडिका, एपिस फ्लोरिया और रॉक बी होती हैं. जिसमें रॉक बी जंगली और ज्यादा खतरनाक प्रजाति है. इसलिए गर्मी के समय में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.