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Ambikapur CRIME : सरगुजा पुलिस ने लाखों की IPL सट्टा- पट्टी का किया खुलासा…अन्य गिरोहों से तार जुड़े होने की आशंका…पढ़ें पूरी खबर


अंबिकापुर :- इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) मैच के दौरान लाखों की सट्टा पट्टी का राजफाश सरगुजा पुलिस ने किया है। पुलिस ने एक कुरियर बाय को गिरफ्तार किया है। सट्टा में शामिल एक महिला को नोटिस देकर जांच के दायरे में रखा गया है।

जानकारी के अनुसार, मुख्य आरोपित फरार है उसकी खोजबीन की जा रही है। इनके पास से पुलिस ने अभी छह लाख 97 हजार रुपये नकद बरामद किया है।राजधानी रायपुर की पुलिस ने सटोरियों के जिस अंतरराष्ट्रीय गिरोह के 26 सदस्यों को पकड़ा था,उनसे अंबिकापुर के सटोरियों के भी तार जुड़े होने की संभावना हैं। राजपत्रित पुलिस अधिकारी के माध्यम से प्रकरण की जांच कराई जा रही है।

बता दें कि, आइपीएल मैचों के दौरान शहर में सट्टा की लगातार शिकायत सामने आ रही थी। सटोरियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने सूचना तंत्र को और मजबूत किया था। शनिवार शाम को आइपीएल में गुजरात टाइटन्स और रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरू के बीच मैच के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि मायापुर के विकास सोनी नामक युवक द्वारा आनलाइन सट्टा खेलाया जा रहा है। पुलिस टीम द्वारा सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए महामाया रोड में दबिश देकर विकास सोनी को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर बताया कि वह एजेंट के रूप मे कार्य कर सट्टा पट्टी के रकम को लोगों से इकट्ठा कर इस मामले क़े मुख्य आरोपितों तक पहुंचाने का काम करता है। उसने एक दंपती का नाम पुलिस को बताया जो आनलाइन सट्टा के धंधे में संलिप्त थे। पुलिस ने तत्काल मुख्य महिला आरोपित रागिनी बर्नवाल (36) दरिमा मोड़ अंबिकापुर से भी पूछताछ की। पुलिस ने विकास सोनी से एक लाख रुपये नकद तथा रागिनी से पांच लाख 97 हजार रुपये जब्त किया। इन्होंने अपने पास नोट गिनने की मशीन भी रखी थी। आनलाइन लिंक जिन दो मोबाइल से भेजा जाता था उसे भी जब्त किया गया है। महिला के विरुद्ध धारा 41 का नोटिस देकर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। एक मुख्य आरोपित वर्तमान में फरार है। वह महिला का पति है। उसका नाम भी पुलिस को पता चल गया है।कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली मनीष सिंह परिहार, उप निरीक्षक सुनीता भारद्वाज, सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक अभिषेक कुमार पाण्डेय, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, आरक्षक उपेंद्र सिंह, मंटू गुप्ता, अनुज जायसवाल, मनीष सिंह, सुयश पैकरा, शिव राजवाड़े शामिल रहे।

स्काईन प्ले डाट काम से आनलाइन सट्टा

फिलहाल, पुलिस जांच में पता चला कि मोबाइल के वाटसअप के माध्यम से सट्टा पट्टी खेलने हेतु लिंक भेजने का काम मुख्य आरोपितो द्वारा किया जाता था। आरोपित विकास सोनी द्वारा केवल हार- जीत का रकम शहर में घूम-घूमकर इकट्ठा करता था. मुख्य आरोपितों द्वारा व्हाट्सअप चैट से पैसा लेने एवं देने की सूचना दी जाती थी। मुख्य आरोपितों द्वारा आरोपित विकास सोनी को स्काईन प्ले डाट काम का लिंक भेजकर सट्टा पट्टी खिलाने का कार्य कराया जाता था, जिसे पुलिस टीम द्वारा जब्त किया गया हैं। विकास सोनी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। मामले की आरोपित रागिनी बर्नवाल को नोटिस देकर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

पुणे से गिरफ्तार सटोरियों से तार जुड़े होने का संदेह

दरअसल, इंडियन प्रीमियर लीग के मैचों के दौरान अंबिकापुर शहर में बैठकर आनलाइन सट्टा के धंधे में संलिप्त आरोपितों का संबंध पुणे से गिरफ्तार सटोरियों से होने की प्रबल संभावना है।बताते चलें कि एक दिन पहले ही रायपुर पुलिस ने पुणे से 26 सटोरियों को गिरफ्तार किया था इसमें सरगुजा क्षेत्र के भी एक -दो सटोरिया शामिल थे. ऐसे में पुलिस की जांच रायपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार सटोरियों के प्रकरण के आधार पर भी की जा रही है. अभी विवेचना प्रारंभिक स्तर पर है. राजपत्रित पुलिस अधिकारी के माध्यम से इस प्रकरण की विस्तृत छानबीन कराकर पुलिस धंधे के जड़ तक जाने का प्रयास कर रही है।

जब्त मोबाइल की जांच से और राज खुलेगा : एएसपी

फिलहाल, सरगुजा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो ने बताया कि प्रकरण में एक आरोपित फरार है। उसकी भी खोजबीन की जा रही है। मोबाइल पर लिंक भेज कर आरोपितों द्वारा आनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा था। उस मोबाइल को जप्त किया गया है। मोबाइल की जांच में इस प्रकरण में और राज खुलेगा। फरार आरोपित के नाम का भी पता चल चुका है। उससे पूछताछ करने पर और नई जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि प्रकरण के तह तक पुलिस जाएगी और सटोरियों के चैन को ध्वस्त किया जाएगा। अभी विवेचना में पता चलेगा कि आइपीएल मैचों के दौरान सट्टे में कितने का आनलाइन लेन-देन किया गया है। यह विवेचना का एक हिस्सा होगा।