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प्रतिभावान अनुसूचित जनजाति के बच्चों का संवरेगा भविष्यकलेक्टर विलास भोस्कर की पहल पर 04 निजी विद्यालयों ने निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सहित गणवेश, पुस्तकें आदि उपलब्ध कराने की ली जिम्मेदारीवर्तमान सत्र में पहली से आठवीं तक की प्रत्येक कक्षा में दो-दो बच्चों को मिलेगा प्रवेश

रिपोर्ट : इरफान सिद्दीकी

अम्बिकापुर 20 मई 2024/ जिले के अनुसूचित जनजाति के प्रतिभावान बच्चों को
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की कलेक्टर विलास भोसकर की सोच का अब धरातल पर क्रियान्वयन होगा।
कलेक्टर श्री भोसकर कि पहल पर जिले के चार निजी विद्यालयों ने ऐसे बच्चों को निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने की सहमति दी, जो कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण आगे नहीं बढ़ पाते। कलेक्टर श्री भोसकर ने सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा के साथ इन निजी विद्यालयों के प्रबंधकों से मिलकर अपने सुझाव रखे थे, सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए अध्यापन कराने की सहमति उत्साहपूर्वक दी, साथ ही प्रवेशित विद्यार्थियों को गणवेश, पुस्तक एवं अन्य भी सामग्रियां निःशुल्क उपलब्ध कराने का संकल्प लिया। कलेक्टर श्री भोसकर ने सभी विद्यालय प्रबन्धकों एवं प्राचार्यों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कहा आप सभी के सहयोग से प्रतिभावान बच्चों का भविष्य संवरेगा।
बैठक में ओरिएंण्टल पब्लिक स्कूल के फाउण्डर प्राचार्य डॉ.आई.ए खान सूरी, कार्मेल स्कूल प्रबंधक सि. सौम्या, मोन्ट फोर्ट स्कूल के प्रभारी प्राचार्य ब्रदर जॉनसन, होली क्रास स्कूल के प्रभारी प्राचार्य सुनिल तिवारी द्वारा सहमति दी गई। जिसके अनुसार वर्तमान शिक्षा सत्र 2024-25 में कक्षा पहली से आठवीं तक प्रत्येक कक्षा में दो-दो अनुसूचित जनजाति के प्रतिभावान विद्यार्थियों का चयन जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा, जिसमें विशेष पिछड़ी जनजाति के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी। चारों विद्यालयों में कुल 64 विद्यार्थियों की निःशुल्क शिक्षा इन विद्यालयों में होगी। प्रत्येक विद्यालय में कुल 16 बच्चे निःशुल्क अध्ययन करेंगें। गणवेश, पुस्तके , स्टेशनरी, भी विद्यालय द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा।