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साइबर ठगों ने IFS अधिकारी को लिया झांसे में ……..की लगभग दो की की ठगी

रायपुर । वर्तमान भारत ।

रितेश सिदार ( जिला ब्यूरो चीफ )

बैंक और मीडिया द्वारा बार – बार बैंक ग्राहकों को सतर्क करने के बावजूद आए दिन लोग साइबर ठगों के शिकार बन रहे हैं। आश्चर्य तो तब होता है जब अच्छे – अच्छे पढे लोग भी उनके झांसे में आसानी से आ जाते हैं। बैंक समय – समय अपने ग्राहकों को मेसेज भेजकर सतर्क करते रहते हैं। इसके अलावा ठगी की घटनाओं को प्रकाशित करके मीडिया भी लोगों को जागरूक करती है । बावजूद इसके लोग ठगों के झांसे में फंस जाते हैं। इस प्रकार के किसी समाचार को प्रकाशित करने का उद्देश्य घटना को बताना नहीं ,बल्कि उस घटना के माध्यम से पाठकों को सतर्क और जागरूक करना होता है। मगर अफसोस लोग अब भी ठगे जा रहे हैं।

साइबर ठगी की नई घटना अब धरमपुरा ( रायपुर) मे हुई है जहां एक रिटायर्ड IFS अधिकारी को झांसे में लेकर ठगों ने उनके खाते से लगभग दो लाख रुपए पर कर दिया । ठगी के शिकार हुए IFS अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात ठगों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है ।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी धरमपुरा निवासी रिटायर्ड IFS अधिकारी अजय कुमार सिंह के पास 6 फरवरी को एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक अधिकारी बताया और उन्हे बैंक खाते की KYC अपडेट कराने को कहा ।इस पर रिटायर्ड अधिकारी राजी हो गए और ठग को अपना आधार नंबर और बैंक खाता नंबर बता दिया। ये सब बताने के कुछ देर बाद उनके मोबाइल पर ओटीपी नंबर आया। रिटायर्ड अफसर ने ओटीपी नंबर भी बता दिया। इसके बाद अधिकारी के खाते से ठग ने 7 बार मे 1 लाख 89 हजार925 रुपए निकाल लिए । खाते से पैसे निकालने की जानकारी होने पर उन्होंने बैंक अधिकारियों से संपर्क किया और खाता ब्लॉक करवा दिया।इसके बाद मामले की शिकायत थाने मे की। पुलिस ने अज्ञात ठगों के विरुद्ध अपराध दर्ज करके विवेचना मे लिया है।

इस घटना के बाद पाठकों यहां एक बार यह बताना उचित लग रहा है कि बैंक फोन करके किसी की जानकारी नहीं लेता। KYC या किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी के लिए संबंधित को बैंक की उस शाखा मे जाना ही होगा जहां उसका खाता है।ऑनलाइन जानकारी सिर्फ ठग ही मांगते हैं।यदि आपके पास इस प्रकार का कोई कॉल आए तो किसी भी प्रकार की जानकारी न दें तथा बैंक से संपर्क अवश्य कर लें ।