छत्तीसगढ़ समाचार :सीएम भूपेश बघेल ने दी 61 नई गाड़ियां …मानव तस्करी रोकने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस तैयार …सूचना मिलते ही फौरन पहुंचेगी मदद …
रायपुर । वर्तमान भारत ।
गजाधर पैकरा
छत्तीसगढ़ !वर्तमान भारत !मानव तस्करी की रोकथाम को लेकर सरकार ने कमर कस ली है! इस पर त्वरित एक्शन और हाईवे पेट्रोलिंग के लिए पुलिस प्रशासन को 61नए वाहन मिले हैं!गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया! इनमें हाईवे पेट्रोलिंग के अंतर्गत 15 वाहन, मानव तस्करी विरोधी इकाई के अंतर्गत 24 वाहन, और कानून व्यवस्था के लिए 22 वाहन शामिल है!
हाईवे पेट्रोलिंग की व्यवस्था के तहत राजमार्गों पर आम नागरिकों को सुरक्षित व निर्वात आवागमन के साथ सड़क दुर्घटना में तत्काल राहत एवं सहायता करने के उद्देश्य से 15 नई आर्टिगा वाहन उपलब्ध कराए गए हैं! यह वाहन बलौदाबाजार -भाटापारा, गरियाबंद ,कबीरधाम ,बिलासपुर कोरबा ,जांजगीर चांपा, रायगढ़, सरगुजा एवं बस्तर (जगदलपुर) में संचालित होंगे !हाईवे पेट्रोलिंग वाहन में पुलिस बल आवश्यक उपकरण और सामग्री से सुसज्जित हैं !यह वाहन पूर्व निर्धारित स्थल पर तैनात रहते हैं !संबंधित खंड में दुर्घटना की सूचना मिलने पर हाईवे पेट्रोल तुरंत क्रियाशील होकर घटनास्थल पहुंचेंगे! जिससे पीड़ित को समुचित सहायता व चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नजदीकी अस्पताल तक ले जाएंगे !
क्षेत्राधिकार के थाना को घटना की सूचना देकर आवश्यक सहायता भी उपलब्ध कराती हैं !अगर घटनास्थल पर किसी तरह कानून व्यवस्था स्थिति निर्मित होती है !तो स्थानीय बल के पहुंचने तक कानून व्यवस्था बनाए रखते हैं !थाना प्रभारी और स्टाफ के घटनास्थल पहुंचने तक घटनास्थल को सुरक्षित रखते हुए राजमार्ग में आवागमन को सामान्य बनाए रखते हैं!
राज्य में 30 वाहन पहले से ही कर रहे हैं हाईवे पेट्रोलिंग
प्रदेश में कुल 30 हाईवे पेट्रोलिंग वाहन पहले से जिला रायपुर ,दुर्ग, महासमुंद ,राजनांदगांव ,बलौदाबाजार ,धमतरी ,बालोद, बेमेतरा कोरिया ,जशपुर, सूरजपुर ,बलरामपुर कांकेर तथा कोंडागांव जिलों में संचालित है !सड़क सुरक्षा मद से 1 करोड़ 19 लाख 6 हजार 977 रुपए से 15 नवीन हाईवे पेट्रोल लिंग वाहन क्रय किए गए हैं !
इसी तरह मानव तस्करी विरोधी व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण को लेकर को लेकर एंटी ह्यूमेन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा गुम बच्चों के ऐसे प्रकरण ,जिसमें बालक लंबे समय तक बरामद नहीं हो पाता है ,तो मानव तस्करी की उप धारणा में प्रभावी विवेचना करना मानव तस्करी के पीड़ितों का बचाव कार्य ,पीड़ीतों की उचित देखभाल एवं काउंसलिंग उपलब्ध कराना ,पुलिस एवं अन्य विभागों के संबंधित अधिकारियों हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन कराना, मानव तस्करी के अपराधों का रिकॉर्ड का संधारण करना ,अंतरराष्ट्रीय समन्वय स्थापित करना एवं मानव तस्करी के विरुद्ध जन जागरूकता अभियान का संचालन करना है..!