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छत्तीसगढ़ समाचार:एक विवाह ऐसा भी जो हमेशा याद आएगी… वीरभद्रासन स्थिति में दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को पहनाया वरमाला… पढ़ें पूरी खबर

रायपुर। वर्तमान भारत ।

गजाधर पैकरा

रायपुर (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत! विश्व योग दिवस के दिन रायपुर के समता कॉलोनी में हुई शादी में शामिल लोगों को यह शादी हमेशा के लिए याद रहेगी !यह एक ऐसी शादी थी, जिसमें मंत्रों के उच्चारण की आवाज किसी को सुनाई नहीं दी !वीरभद्रासन स्थिति में दूल्हा-दुल्हन ने एक दूसरे को जीवनसाथी स्वीकार करने हेतु वरमाला पहनाई!

दरअसल रायपुर के समता कॉलोनी स्थित गायत्री मंदिर में 29 वर्षीय मूक-बधिर वर लुक्की श्रीवास्तव और 30 वर्षीय मूक-बधिर वधू मीनाक्षी का विवाह संपन्न हुआ!

◾शादी में साइन लैंग्वेज के माध्यम से मंत्र उच्चारण किया गया !विवाह के दौरान विवाहित जीवन की कसमें भी साइंस भाषा के जरिए दिलाई गई !कई संस्थाओं ने मिलकर मूक-बधिर लूक्की और मीनाक्षी की शादी कराई, और इस शादी का खर्चा उठाया!

◾ मीनाक्षी का कोई भी पारिवारिक सदस्य नहीं है !वह कई सालों से नारी निकेतन में रह रही थी! 5 साल पहले मीनाक्षी को नारी निकेतन से कोपलवाणी भेजा गया !यहां पर मीनाक्षी ने साइन भाषा और आर्ट एंड क्राफ्ट की पढ़ाई की!

◾कोपलवाणि की संस्थापक पदमा शर्मा ने बताया -यह एक अद्भुत प्रयोग है! एक बालिका के माता-पिता, भाई-बहन ,बड़ी मां ,मौसी के रूप में समाज सेवी उपस्थित रहे !शुरुआती दौर में ऐसा सोचा गया था कि मात्र 11 कपड़ों में हम मीनाक्षी को विदा कर पाएंगे !

◾लेकिन रायपुर शहर में समाजसेवियों की सेवा भाव की वजह से मीनाक्षी को हर वह उपहार दिया गया ,जो एक माता पिता अपनी बेटी को देते हैं !इस विवाह में एक रोचक बात और रही, कि किसी संस्था ने भोजन की जिम्मेदारी ली ,किसी संस्था ने बाराती का स्वागत सत्कार किया ,तो किसी ने मंडप संभाला ,इस तरह सभी स्वयंसेवी संस्थाओं ने एक परिवार की तरह इस विवाह को संपन्न करने में अपनी भूमिका अदा की.!