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तमता की केशला पहाड़ में लगने वाला मेला कोरोना संकट की भय से स्थगित…पंचायत सरपंच व जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में हुआ निर्णय…पढ़ें पूरी खबर

पत्थलगांव । वर्तमान भारत ।

गजाधर पैकरा की रिपोर्ट

पत्थलगांव/जशपुर (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत। जिले के पत्थलगांव विकासखंड के तमता केशला पहाड़ पर पौष पूर्णिमा छेरता त्यौहार के दूसरे दिन लगने वाला मेला कोरोनावायरस की भय के कारण रोक लगा दिया गया है। यह निर्णय गांव पंचायत सरपंच तथा अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में लिया गया है।

भारत से बाहर पड़ोसी देशों में कोरोनावायरस वैरीअंट का खतरा को देखते हुए केंद्र सरकार ने भी संक्रमण की गाइडलाइन जारी कर दी है। जिसका पालन ग्रामीण क्षेत्रों में भी भली-भांति देखने को प्राप्त हो रहा है।

तमता के केशला पहाड़ पर शनिवार से लगने वाला 3 दिनों का मेला ग्रामीण जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में रोक लगा दिया गया है। दरअसल छेरछेरा त्यौहार छत्तीसगढ़ में बसे हुए आदिवासियों का प्रमुख त्यौहार माना जाता है। इस त्यौहार में तमता गांव में स्थित केशला पहाड़ पर 3 दिनों का मेला आयोजित होता था।

बीते साल मेला समिति ने यहां मेला का आयोजन कराया था। तमता का पहाड़ सदियों से केशला देव की पूजा पाठ के लिए बेहद धार्मिक स्थल के रूप में विख्यात माना जाता है। पहाड़ के ऊपर बने शिव पार्वती के मंदिर में हर वर्ग के लोग जाकर छेरता त्योहार के पश्चात लगातार तीन दिनों तक पूजा-अर्चना करते हैं। लोगों का मानना है कि यहां जो मन्नतें श्रद्धा से मांगा जाता है, वह पूर्ण हो जाती है।

गांव का बैगा सुबह से पूजा पाठ करा कर लोगों की मन्नतें को पूर्ण होने की भगवान से कामना करता है। इस बार पहाड़ पर पूजा-पाठ तो होगी। परंतु यहां मेले का आयोजन नहीं हो रहा है। इसके कारण यहां दुकान लगाकर अपना व्यवसाय करने वाले व्यापारियों में निराशा भी देखने को मिल रही है। यहां मेला पर रोक लगाने का मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमण से बचाव है।