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बलरामपुर में छत्तीसगढ़ का पहला शहीद पार्क:देश के लिए मर मिटने वाले जवानों की प्रतिमाएं की गईं स्थापित; 40 लाख की लागत से तैयार , मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

बलरामपुर – रामानुजगंज । वर्तमान भारत ।

पारसनाथ गुप्ता ( जिला ब्यूरो ) की रिपोर्ट

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 14 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके पर बलरामपुर में प्रदेश के पहले शहीद पार्क का उद्घाटन किया, जिसके बाद यहां लोगों की भीड़ उमड़ रही है। इस पार्क में शहीद जवानों की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। सभी प्रतिमाओं के पास शहीद जवानों की पूरी जानकारी दी गई है।

शहीद पार्क के प्रति लोगों के मन मेंअभूतपूर्व उत्साह देखने को मिल रहा है और बड़ी संख्या में लोग अपने पूरे परिवार के साथ आ रहे हैं और वे जवान जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया, उनकी प्रतिमाओं को देखकर गर्व महसूस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा है कि शहीदों को याद करने के लिए साल में किसी एक दिन का इंतजार न किया जाए, बल्कि उन्हें लोग हर दिन याद करें। इसी सोच के साथ बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में प्रदेश के पहले शहीद पार्क की स्थापना की गई है।

शहीद पार्क।

शहीद पार्क।

बलरामपुर में देश के पहले शहीद पार्क को लगभग 40 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इसके निर्माण के लिए नगर पालिका को नोडल एजेंसी बनाया गया था। बलरामपुर के शहीद चौक पर स्थापित इस पार्क में शहीद प्रधान आरक्षक लाजरुस मिंज, शहीद आरक्षक महेश राम पैंकरा, शहीद आरक्षक अनिल खलको, शहीद उप निरीक्षक नबोर कुजूर, शहीद प्रधान आरक्षक मनाजरूल हक, शहीद उप निरीक्षक मसीह भूषण लकड़ा, शहीद प्रधान आऱक्षक रामसाय राम की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं।

शहीद पार्क को देखने पूरे परिवार के साथ आ रहे लोग।

शहीद पार्क को देखने पूरे परिवार के साथ आ रहे लोग।

इनकी प्रतिमाओं के नीचे अमर शहीदों का बायोडाटा भी उकेरा गया है, ताकि हर कोई इनके अतुल्य योगदान के बारे में जान सके। देश के इन वीर सपूतों को देखने के लिए शहीद पार्क में लोगों की भीड़ उमड़ रही है और इससे इन शहीदों को वो सम्मान मिल रहा है, जिनके ये हकदार हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस पहल के बाद लोग हर दिन देश के लिए मर मिटने वाले इन शहीदों को याद करेंगे और इनकी कुर्बानी की दास्तान सुनकर देशप्रेम की भावना से ओतप्रोत होंगे।