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JASHPUR NEWS : जशपुर के महुआ से तैयार लड्डू और सैनिटाइजर की महक महाराष्ट्र तक पहुंची…महाराष्ट्र के किसान जशपुर में सीखेंगे महुआ व्यवसाय के आधुनिक तरीके…तीन राज्य से जुड़ा है व्यापार…पढ़ें पूरी समाचार



जशपुरनगर :- छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के महुआ से तैयार लड्डु और सैनेटाइजर की महक,राज्य की सीमा को पार कर,महाराष्ट्र तक पहुंच गई है। फुड ग्रेड महुआ संग्रहण करने के तरीके और संग्रहित महुआ से लड्डु व सैनेटाइजर जैसे उत्पाद तैयार,आर्थिक आत्म निर्भरता के गुर,सीखने के लिए महाराष्ट्र के पालघर जिले के जवाहर गांव से 8 किसानों का दल आज जशपुर पहुंचेगा।

बता दें कि, किसानों का यह दल,जिले के दुलदुला ब्लाक के केंदपानी गांव में आधुनिक तरीके से संग्रहित किये जा रहे महुआ के तकनीक की जानकारी लेने के साथ ही जशपुर में महुआ से तैयार होने वाले लड्डू और सैनेटाइजर तैयार करने की प्रक्रिया का प्रशिक्षण भी लेगें।



दरअसल, कृषि वैज्ञानिक समर्थ जैन ने बताया कि जश प्योर के अंर्तगत जशपुर में महुआ से तैयार उत्पाद को,महाराष्ट्र के अलग अलग जिलों में जय मंगल फार्मर्स प्रोड्यूसर्स के माध्यम से स्टाल लगा कर बेचा जा रहा था। इसी दौरान,जवाहर नगर के किसानों का ध्यान इस ओर आकृष्ट हुआ और उन्होनें इसकी तकनीक सीखने की इच्छा जताई। समर्थ ने बताया कि मंगलवार को इन किसानों को शहर के नजदीक स्थित बालाछापर गौठान का भ्रमण कराया जाएगा। यहां,महुआ,विभिन्न प्रकार के चाय और ढेकी से तैयार किये जा रहे चावल सहित सभी उत्पादों से उन्हें परिचित कराया जाएगा। बुधवार को उन्हें दुलदुला ब्लाक के केंदपानी गांव का भ्रमण कराया जाएगा। इस दौरान किसानों को महुआ नेट का प्रयोग करने के तकनीक की व्यवहारिक जानकारी दी जाएगी।



तीन राज्यों से जुड़ा है व्यापार

फिलहाल, जिले में उत्पादित महुए का व्यापार विशेष रूप से जिले से लगे तीन राज्येां में देखने को मिलता है और इसका मूल्य भी मांग और पूर्ति के सिðांत के अनुरूप तय होता है. कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण ग्रामीण संग्रहित महुआ का भंडारण नहीं कर पाते हैं और इसे सुखाकर व्यापारियों को बेच देते हैं. वर्तमान में जशपुर के बाजार में नए महुए की कीमत 30 से 32 रुपए और कुछ पुराने महुए की कीमत 32 रुपये से भी अधिक है. सूखे हुए महुए को ग्रामीण संपत्ति के रूप में भी रखते हैं और पैसे की आवश्यकता पड़ने पर महुआ बेचकर अपना काम चलाते हैं. जशपुर जिले का महुआ छग सहित झारखंड और ओड़िशा में सबसे अधिक बिकता है।



कोरोना संकट में तैयार हुआ था महुआ सैनेटाइजर

ज्ञात हो कि, जशपुर में मार्च 2020 से शुरू हुए कोरोना संकट काल के दौरान महुआ से सैनेटाइजर तैयार किया गया था। पूरी तरह से हर्बल सैनेटाइजर ने भीषण कोरोना काल में,जब सैनेटाइजर की कमी की स्थिति बन गई थी,लोगों को बड़ी राहत दी थी। जशपुर की इस उपलब्धी ने,उस समय राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थी।