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जेमरा के तत्कालीन सरपंच व सचिव ने मिलीभगत कर किया 23 लाख 34 हजार का गबन, वर्तमान सरपंच ने कलेक्टर को लिखित में शिकायत कर राशि वसूली और किया कार्यवाही की मांग

आशीष यादव की रिपोर्ट


कोरबा/पाली:- जिले के पाली जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत जेमरा के तत्कालीन सरपंच- सचिव द्वारा ग्राम विकास के नाम पर सरकारी राशि के लाखों रुपए आहरण कर किये गए अनियमितता एवं गबन करने की शिकायत कलेक्टर से की गई है। यहां के वर्तमान सरपंच भँवर सिंह उइके के द्वारा ग्राम पंचायत के तत्कालीन सरपंच राजकुमार जगत और सचिव निर्मलदास मानिकपुरी के खिलाफ शिकायत करने के बाद अब तक महज की गई जांच तथा कार्रवाई नहीं होने पर खासी नाराजगी भी जाहिर की हैं।

ग्राम पंचायत स्तर पर हुए इस आर्थिक अनियमितता के संबंध में वर्तमान सरपंच भँवर सिंह से मिली जानकारी के अनुसार इनके द्वारा कलेक्टर को लिखित में किये गए शिकायत में तत्कालीन रहे सरपंच एवं सचिव की मिलीभगत से पंचायत के सरकारी खाते से लाखों रुपए की राशि आहरण कर अनियमितता बरतने एवं शासकीय राशि का गबन करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि मामले को लेकर 13 सितंबर 2022 को कलेक्टर को लिखित में शिकायत पत्र देकर राशि वसूली एवं गबनबाज सरपंच- सचिव पर कार्यवाही की मांग की गई थी, किंतु आज पर्यन्त किसी भी प्रकार की कार्यवाही देखने को नही मिली है। सरपंच भँवर सिंह द्वारा अपने शिकायत पत्र में बताया है कि ग्राम पंचायत में कई निर्माण कार्यों के नाम पर पंचायत मद के लाखों रुपए की शासकीय राशि अनियमित रूप से आहरण कर गबन कर लिया गया है।

तत्कालीन सरपंच- सचिव ने इन निर्माण कार्यों के नाम पर किया फर्जीवाड़ा


कलेक्टर से की गई शिकायत के अनुसार नाली निर्माण दर्राहापारा, आंगनबाड़ी, अहाता निर्माण जेमरा, कुंआ मरम्मत, मुरुम मिट्टी कार्य के नाम पर 7 लाख 28 हजार 5 सौ की राशि आहरण किये गए। इसी प्रकार दर्शनिक एवं धार्मिक स्थल चैतुरगढ़ में पार्किंग स्थल कांक्रीट एवं रिटर्निंग वाल, सार्वजनिक शौचालय एवं मंच निर्माण हेतु 8 लाख 44 हजार। बाउंड्रीवाल निर्माण प्राथमिक शाला बगदरा के लिए 3 लाख 85 हजार। नाली निर्माण खरौंजीपारा व दर्राहापारा, नागोईभांठा, खरौंजीपारा, मतिन्हापारा में स्नानागार निर्माण की राशि 1 लाख 40 हजार के अलावा सामुदायिक भवन, शौचालय निर्माण के नाम पर मूलभूत, 14वें- 15वें वित्त मद से कुल 23 लाख 34 हजार 5 सौ की राशि आहरित किया गया लेकिन जमीन पर निर्माण कार्य एक भी नही हुआ है।

अधिकारी जांच के नाम पर कर रहे खानापूर्ति


लगातार हुई आर्थिक घपलेबाजी से परेशान जेमरा ग्राम पंचायत के सरपंच एवं पंचों ने कहा कि इस तरह से अनियमितता प्रशासन के अधिकारी- कर्मचारियों के मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। वर्तमान सरपंच के द्वारा कहा गया कि सभी निर्माण कार्यो का मौका मुआयना करते हुए उच्चस्तरीय जिला टीम द्वारा पारदर्शिता रूप से जांच कराने की मांग जिला कलेक्टर से की गई थी। वहीं जनपद स्तरीय जांच अधिकारियों द्वारा 30 दिसंबर 2022 को ग्राम पंचायत कार्यालय पहुँच उनका शिकायती कथन कलमबद्ध किया गया, बावजूद इसके अभी तक गबनकारी सरपंच- सचिव पर कोई कार्यवाही देखने को नही मिली। सरपंच ने आरोप लगाया है कि संबंधित अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर सिर्फ और सिर्फ टाल मटोल व खानापूर्ति की जा रही है।

तत्कालीन सरपंच- सचिव पर 7 लाख 28 हजार 5 सौ की राशि गबन का मामला एसडीएम में लंबित


जेमरा के तत्कालीन सरपंच राजकुमार जगत एवं सचिव निर्मलदास मानिकपुरी द्वारा पूर्व में भी अनेक निर्माण के नाम पर पंचायत मद से 7 लाख 28 हजार 5 सौ की राशि निकाल बंदरबांट कर लिया, जिसकी डेढ़ वर्ष पूर्व हुए शिकायत पर सरपंच को हटाने तथा सचिव के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की गई, लेकिन राशि वसूली मामले की जांच अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) पाली में आज भी लंबित है। वर्तमान सरपंच का कहना है कि जांच एवं वसूली मामले में विलंब कर भ्रष्ट्र सरपंच- सचिव को क्लीन चिट दिया जा रहा है।

जिस पंचायत में रहा शराबी सचिव, वहां फैलाया भ्रष्ट्राचार का रायता और हुआ निलंबित


सचिव निर्मलदास मानिकपुरी आदतन शराबी किस्म का है तथा इनको जिस पंचायत की जिम्मेदारी सौंपी गई, वहां- वहां इन्होंने सरपंच को बरगलाकर भ्रष्ट्राचार का रायता फैलाया। जहां अपने भ्रष्ट्र आचरण की वजह से ये तीन बार निलंबित हो चुके है, किन्तु इनके कार्य तौर- तरीकों में कोई बदलाव नही आ पाया है। वर्तमान में सचिव निर्मलदास को पाली विकासखण्ड के ग्राम पंचायत मुनगाडीह की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उक्त ग्राम पंचायत में भी इन्होंने सरपंच रामानंद से सांठ- गांठ कर नाली निर्माण व सिंटेक्स स्थापना के नाम पर पंचायत मद से करीब 6 लाख की राशि का आहरण बीते दो माह के मध्य किया और आज पर्यन्त काम नही कराया गया है। जिसे लेकर यहां के ग्रामीणों ने भी कलेक्टर से शिकायत करने की ठानी है।