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जशपुर के कोकियाखार में महीने पूर्व हुई पत्नी की हत्या के राज का खुलासा…आरोपी पति 9 दिनों तक कब्र में दफनाया…निकालकर जलाया…बची हड्डियों को नाले में बहाया…लोगों को गुमराह करने की मनगढ़ंत कहानी रची…आखिर,आरोपी पति गिरफ्तार…पढ़ें पूरी समाचार

गजाधर पैकरा की रिपोर्ट

कोकियाखार/जशपुर (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत। जशपुर जिले के पत्थलगांव क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कोकियाखार से दिल को दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां पर महीने पूर्व 18/03/2023 को नया कोकियाखार निवासी संतोष पैकरा (50 वर्ष) ने अपनी बड़ी पत्नी को पीट-पीटकर हत्या कर दी।

उक्त रात आरोपी संतोष का अपने बड़े पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद इतना बड़ा की मारपीट होने लगा। इसी मारपीट में आरोपी संतोष ने पीट-पीटकर अपनी बड़ी पत्नी की जान ले लिया।

तत्पश्चात लोगों को गुमराह करने के लिए एक मनगढ़ंत प्लान किया। ताकि लोगों को सच्चाई का पता ना चल सके। यह भी बता दें कि हत्या रात की सुबह वह अपने बड़ी पत्नी की कुछ कपड़े थैला में रखकर गांव से 25-30 किलोमीटर दूर कांसाबेल क्षेत्र के दोकड़ा तथा बांसबहार के बीच के जंगल में पत्नी की कपड़े से भरे थैला को रख आया।

उसके बाद आरोपी संतोष झूठी अफवाह फैलाने लगा। कहने लगा मेरा पत्नी थैला में कुछ कपड़े लेकर अपने मायके (साजबहार,तपकरा) के लिए घर से निकली है। आरोपी ने अपने ससुराल भी फोन किया कि पहुंची या नहीं। पर वहां से भी जवाब आया नहीं पहुंची है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी द्वारा ज्योतिषी (डलिया) दिखवाया गया। जिसमें दोकड़ा-बांसबहार जंगल तरफ डलिया देखने वाला उक्त महिला को मिलने की संभावना बताया। उसके पश्चात उस जंगल में जाकर थैला से भरे कपड़े को प्राप्त किया गया।

आरोपी संतोष तथा रिश्तेदारों के द्वारा खोजबीन का दौर तेज हो गया। सभी जगह खोजा गया, जहां जहां मृतिका की जाने की संभावना थी। खोजबीन करते-करते आखिर कहीं कुछ पता नहीं चला, तो कोतबा चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराया गया।

रिपोर्ट दर्ज होने के पश्चात कोतबा चौकी पुलिस द्वारा जांच पड़ताल जारी किया गया। उसके बाद पुलिस जांच पड़ताल में 25/04/2023 को हत्या का खुलासा हुआ।

मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी संतोष 18 मार्च को अपने बड़ी पत्नी को पीट-पीटकर हत्या कर देने के पश्चात अपने ही सागौन वृक्ष की बाड़ी में कब्र खोदकर दफना दिया। दफनाने के बावजूद भी उसे हत्या के आरोप में फंस जाने की बात सूझी। तब उसने 9 दिनों के पश्चात अपनी पत्नी के शव को दफनाए हुए कब्र से निकाला। और अपने ही धान पुवाल गोर्रा में रखकर जला दिया।

3 दिनों के बाद जब धान पुवाल की आग बुझ गया। तब पत्नी की जलकर बचे हुए हड्डियों को बोरी में भरकर पानी से भरे हल्दीघोघरा नाला में फेंक दिया।

हत्या की जांच पड़ताल में स्क्वाय डॉग की भी मदद ली गई। फॉरेंसिक विभाग अंबिकापुर टीम के द्वारा भी दफनाए गए कब्र की मिट्टी, जलाया गया वहां की बचे हुए हड्डी एवं हल्दीघोघरा नाला में फेंके हुए हड्डियों को इकट्ठा किया गया। हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, आरोपी के वारदात के वक्त पहने हुए कपड़े, कब्र खोदने वाली फावड़ा को भी जब्त किया गया।

पुलिस द्वारा अंतिम पूछताछ में आरोपी संतोष ने अपनी बड़ी पत्नी की हत्या करने की बात को कबूल किया तथा आरोपी संतोष को अपने पत्नी की हत्या, मनगढ़ंत प्लान करना तथा लोगों को गुमराह करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।