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छत्तीसगढ़ के जशपुर में हाथियों का हमला लगातार जारी…जिसका असर लोगों पर पड़ रहा भारी…पत्थलगांव क्षेत्र में फिर तीन मकानों को तोड़ा…घरवालों ने अपनी जान बचाने के लिए घर को छोड़ा…पढ़ें पूरी खबर

गजाधर पैकरा की रिपोर्ट

पत्थलगांव/जशपुर (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत। जिले के पत्थलगांव विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत लगातार हाथियों का हमला जारी है। इस क्षेत्र के ग्रामीण हाथियों के आतंक से डरे, सहमे हुए जीवन व्यतीत कर रहे हैं। गुरुवार की देर रात सरायटोला में दो हाथियों ने तीन मकान को तोड़कर ध्वस्त कर दिया। किसान किसी तरह हाथी के हमले से बचने के लिए घर को छोड़कर अपनी जान बचाने में सफल रहे।

बता दें कि, हाथी भोजन की तलाश में लगातार घरों को निशाना साध कर तोड़ रहे हैं। इससे लोगों में डर, भय का माहौल बना हुआ है। हाथियों की भय से किसान खेतों में कार्य करने नहीं जा पा रहे हैं। जमरगी पंचायत के झिंगरेल निवासी दशरथ भगत पिता छोटू भगत और लोझो राम पिता पंडरू राम के मकान को हाथियों ने तोड़कर ध्वस्त कर दिया।

वहीं, सरायटोला के चट्टीढाब में टुईलू भगत पिता बोलो भगत के घर को हाथियों द्वारा पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया गया है। हाथी ने मकान तोड़ेने के पश्चात कटहल के फल को अपना भोजन बनाया। पत्थलगांव वन अमला हाथियों को भगाने में जुटा हुआ है।

बता दें कि, वन अमला हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी हुई है। वन परीक्षेत्र अधिकारी कृपासिंधु पैंकरा ने बताया कि एक हाथी लैलूंगा क्षेत्र से आया हुआ है, वहीं दूसरा हाथी कांसाबेल क्षेत्र से पहुंचा है। दोनों अब जोड़ीदार बन गए हैं। और अब एक साथ मिलकर ग्रामीणों के मकानों पर अटैक कर रहे हैं।

फिलहाल, हाथियों को इस क्षेत्र से खदेड़ने की वन विभाग के पास कोई ठोस नीति नजर नहीं आ रही है। यही कारण है कि वन अमला अभी मसाल, पटाखे फोड़ कर भारी-भरकम हाथियों को भगाने की नाकाम कोशिश में प्रयासरत है।