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जशपुर :बस और कार के बड़े हादसे होते होते टल गए, पढ़ें पूरी खबर

पत्थलगांव / वर्तमान भारत

पत्थलगांव. बस और कार के भिड़ंत से बड़ा हादसा होते की जशपुर जिले के पत्थलगांवख ब्लॉक से लगे पाकरगांव के हड्डी गोदाम चौक पर स्थित nh-43 नेशनल हाईवे रोड जिसमें की बड़ी-बड़ी गाड़ियों के आवागमन के साथ छोटी बड़ी गाड़ियों का भी आना जाना निरंतर 24 घंटे लगा रहता है। इसी हाईवे पर दौड़ती एक बस जो यात्रियों से भरी पाकरगांव की ओर से आ हड्डी गोदाम चौक से मुड़कर पतरापाली रोड जाने के लिए मोड़ना चाहा लेकिन बताया जा रहा है की हड्डी गोदाम चौक से लगे जमीन मालिक जिसमें गूडलक डिपार्टमेंटल स्टोर के साइन बोर्ड लगे हैं। जिसमें उक्त जमीन भी इसी कपड़े व्यवसाई का होना बताया जा रहा है। और वे अपनी जमीन के घेराव करते हुए रोड तक को बांस बल्ली पत्थरों से घेर डाला है। जिसे ग्रामीणों ने मौखिक रूप से भी उन्हें मना किया परंतु वह अपने जमीन होना बताकर बीच चौक को घोर दिया है।जिसके कारण रोड़ मे साइड लेने गाड़ियों तथा बाइक सवारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

जिसमें आज बस और कार के बड़े हादसे होते होते टल गए है बस के टक्कर इतनी तेज थी की i20 कार के आगे मडगार्ड के चिथड़े उड़ गए जिसमें किसी बड़े हादसे होने से टल गया और लोग सुरक्षित बच गए लेकिन इस तरह से राज मार्ग रोड़ पर किसी के द्वारा इतनी लापरवाही रोड़ बाधित करना जमीन मालिक का अपराध की श्रेणी में आता कहा जाए तो कतई गलत नहीं,लोगों के जान के परवाह किये बिना रोड़ तक घोर देना और शासन के द्वारा कारवाही न होना इन सब मामलों से ऐसा लगता है की किसी के जान जाने के देर है। और सायद उसी का इंतजार किया जा रहा हो। ऐसा कहना इसलिए गलत नहीं होगा क्योंकि उक्त मामले को हमारे द्वारा पहले भी उजागर किया जा चुका है। जिसमे गाड़ियों के अनियंत्रित होकर गिरने टूटने का सिलसिला बना है। जिसे जोहार छतीसगढ़ समाचार ने पूर्व में भी प्रमुखता से उजागर किया था। लेकिन उक्त मामले में शासन प्रशासन किसी प्रकार की संज्ञान अभी तक नहीं लिए हैं। मानो किसी बड़े हादसों का इंतजार कर रहे हैं।वही बताया जा रहा है कि इसी घोरना से पूर्व में भी एक पिकअप अनियंत्रित होकर ठेला लगाने वाला के पैर में दे मारा था। जिसमें उसको गंभीर चोट आई थी और बड़ा बखेड़ा हुआ था। जिसमें चोट लगने से उल्टा गरीब ठेला लगाने वाले को ही रोजी-रोटी से हाथ धोना पड़ा और घर में बैठा पड़ा।