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जशपुर समाचार :गरीबी और परेशानी के संघर्ष से जूझता किसान …बैल और घोड़े की जोड़ी से हल चलाता किसान… पढ़ें पूरी खबर

बगीचा ।वर्तमान भारत ।

गजाधर पैकरा

बगीचा ।जशपुर (छत्तीसगढ़ )वर्तमान भारत ।जिले की बगीचा नगर पंचायत वार्ड क्रमांक ७ का यह मामला है ।जहां किसान बबन कुमार गरीबी और परेशानी से जूझते हुए खेत में फसल उगाने की कोशिश कर रहा है।

भारत में छोटे किसानों की हालात ठीक नहीं है ।अनेकों प्रकार की परेशानियां झेलने के पश्चात भी देश का किसान आज भी डटकर खड़ा है। अक्सर यह बात सामने आती रहती है। कि किसान अपनी फसल को उगाने या उसे बचाने के लिए कुछ ना कुछ जुगाड़ करते हैं।

अब संघर्ष और परेशानी से जूझता ऐसी ही एक किसान की तस्वीर सामने आ रही है ।किसान का यह मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस दृश्य में किसान घोड़े और बैल की जोड़ी मिलाकर खेत की जुताई का कार्य करता दिख रहा है। घोड़े और बैल से खेत की जुताई का यह मामला की जांच पड़ताल करने पर किसान की संघर्ष और परेशानी की आप बीती कहानी सामने आई है।

जानकारी के अनुसार घोड़े और बैल की जोड़ी से खेत की जुताई करने का यह मामला जशपुर के बगीचा नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक ७ का है जहां किसान बबन कुमार गरीबी और परेशानी से जूझते हुए खेत में फसल उगाने की कोशिश कर रहा है।

किसान बबन कुमार ने जानकारी दी कि उसने अपने घर में १३ गायों को पाल के रखा था ।लेकिन अचानक बीमारी आ जाने के कारण ३ साल पहले उसकी सारे गायों की मौत हो गई ।जिसके बाद उसने २,००० में एक बछड़ा खरीदा और २ साल तक उसका पालन पोषण कर बछड़े को बड़ा किया। इस दौरान उसने घोड़े का बच्चा भी खरीदा जो अब बड़ा हो गया है।

किसान बबन कुमार ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण खेती नहीं कर पा रहा है। उसके पास उसकी खुद की जमीन भी नहीं है ।दूसरे -दूसरे से लीज पर जमीन लेकर खेती करने का प्रयास करने लगा। ऐसे में किसान बबन के सामने फिर जुताई की बड़ी परेशानी आ गई और उसने अपने घोड़े के साथ एक बैल को जोड़ी बनाकर खेत की जुताई का काम शुरू कर दी ।

अब किसान बबन कुमार का कहना है कि उसे हर हाल में खेती करनी तो है ।उसके पास ट्रैक्टर से खेत की जुताई कराने के पैसे नहीं है ।उसके पास एक बैल और एक घोड़ा है जिससे वह खेत की जुताई का कार्य कर रहा है।

अब जब किसान का यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, तो किसान बबन कुमार ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसकी आर्थिक स्थिति और परेशानी को देखते हुए प्रशासन बैल जोड़ी देकर उसकी मदद करें और यह भी बता दें ,कि किसान बबन कुमार ने सारी संघर्षों से जुझते हुए अपनी हिम्मत नहीं हारी है ।वह आज भी उम्मीदों और आशाओं की किरणों के साथ अथक परिश्रम करता दिख रहा है..।