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रायपुर: – छत्तीसगढ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ,शालेय शिक्षक संघ, टीचर्स एसोसिएशन, नवीन शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष एवम पदाधिकारियों की बैठक नया रायपुर में हुआ सम्पन्न

रायपुर। वर्तमान भारत

किरण ग्वाला ( संपादक )

सर्वसम्मति से ” शिक्षक मोर्चा (पूर्व सेवा गणना)” का गठन किया गया। शिक्षक मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल द्वारा श्री आलोक शुक्ला प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग, श्री अतिश पांडेय संयुक्त सचिव वित्त विभाग, श्री गिरीश काले संयुक्त संचालक कोष लेखा एवं पेंशन एवं अन्य अधिकारियों से मुलाकत कर पेंशन के लिए सेवा की गणना सम्बन्धी जिज्ञासाओं का समाधान करने का प्रयास किया, अधिकारियों के जवाब से स्पष्ट हुआ कि वर्तमान नियमों एवं प्रावधानों के अनुसार शिक्षक एल बी संवर्ग की पेंशन निर्धारण हेतु सेवा की गणना उनके संविलियन दिनांक से की जाएगी, न कि शिक्षाकर्मी के रूप में उनके प्रथम नियुक्ति तिथि या एनपीएस प्राप्त तिथि 01 अप्रैल 2012 से, उक्त स्थिति में प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षाकर्मी के रूप में प्रथम नियुक्ति के आधार पर पुरानी पेंशन गणना करने का मांग पत्र सौंपा तथा उक्त प्रावधान होते तक विकल्प भरने की कार्यवाही को स्थगित करने की मांग रखते हुए अविलम्ब सक्षम अधिकारियों के साथ संगठन के पदाधिकारियों की बैठक आहूत करने की बात रखी। साथ ही इस पर मा. मुख्यमंत्री जी के बयान का भी हवाला दिया गया। पूर्व सेवा अवधि (प्रथम नियुक्ति तिथि ) से गणना करते हुए पुरानी पेंशन के लिए सेवा अवधि का गणना करने, क्रमोन्नत वेतनमान देने, 33 वर्ष की अहर्तादायी सेवा के स्थान पर 20 वर्ष की अहर्तादायी सेवा के आधार पर पूर्ण पेंशन देने, न्यूनतम पेंशन का प्रावधान करने, तत्समय प्राप्त वेतनमान के आधार पर 01 वर्ष में 01 वेटेज का लाभ प्रदान करते हुए 1.86 के गुणांक पर समतुल्य वेतनमान का निर्धारण करने की मांग को लेकर शिक्षक मोर्चा ((पुर्व सेवा गणना))” के बैनर तले 14 फरवरी 2023 को प्रत्येक जिला मुख्यालय में कलेक्टर के माध्यम से अल्टीमेटम ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया है। 15 से 19 फरवरी 2023 के बीच मा. विधायकों को ज्ञापन दिया जाएगा। 20 फरवरी 2023 को बूढ़ा तालाब रायपुर में जंगी प्रदर्शन किया जाएगा।


ज्ञात हो मुख्यमंत्री जी ने पुरानी पेंशन को उदारता पूर्वक घोषित किया था और उनके सामने प्रथम नियुक्ति तिथि से ही पुरानी पेंशन देने हेतु आग्रह किया गया था, उन्होंने अधिकारियों को शिक्षक प्रतिनिधियों से बैठक कर निर्णय लेने निर्देश दिया था, किन्तु अधिकारियों ने मनमर्जी से सीधे आदेश जारी कर दिया, जिससे हजारो शिक्षक बिना पेंशन के रिटायर जो रहे है, और शिक्षक एलबी संवर्ग को इसका समुचित लाभ नहीं मिल रहा है।जिसके कारण शिक्षक संवर्ग आक्रोशित हो चुके है।
बैठक में छत्तीसगढ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन, टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, शालेय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे, नवीन शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष विकास राजपूत, , गिरजा शंकर शुक्ला, सुधीर प्रधान,कौशल नेताम, बसंत चतुर्वेदी, धर्मेश शर्मा, चंद्रशेखर तिवारी, शैलेन्द्र पारीक, पवन सिंह, योगेश सिंह ठाकुर, गंगेश्वर सिंह उइके, विनोद सिंहा, जितेंद्र शर्मा, नंदकुमार साहू, कैलास साहू, लोरिश कुमार, लीलेस्वर महावीर, संतोष साहू, , रोशन हिरवानी, कोंडागांव, अमित महोबे, प्रदीप कुमार साहू, विक्रम राजपूत, द्वारिका भारद्वाज, खेमन साहू आदि शामिल थे।