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संचालन समितियां होगी समाप्त.! अब कलेक्टर नहीं, स्कूल शिक्षा विभाग चलाएगा स्वामी आत्मानंद स्कूल…पढ़ें पूरी खबर


रायपुर :- छत्तीसगढ़ के स्वामी आत्मानंद स्कूल अब कलेक्टर नहीं स्कूल शिक्षा विभाग चलाएगा। इसे संचालित कर रही कलेक्टर की अध्यक्षता वाली समितियां भंग की जाएंगी।

ज्ञात हो कि, स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सदन से इसकी घोषणा की। सदन में स्वामी आत्मानंद स्कूलों के भवन के पुननिर्माण के नाम पर अनियमितता को लकर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर, अनुज शर्मा, भावना बोहरा ने ध्यान आकृष्ट कराया। मंत्री बृजमोहन ने कहा कि स्वामी आत्मानंद हम सबके लिए पूज्यनीय हैं मगर इन स्कूलों में अव्यवस्थाएं हैं। सरकारी प्राचार्य और व्याख्याता को कलेक्टर वेतन दे रहे हैं। स्कूलों में पुराने महापुरुषों के नाम जोड़े जाएंगे। जहां-जहां शिकायत हैं जांच कराएंगे।

भूपेश सरकार के आनंद के लिए खोला स्कूल: चंद्राकर

जानकारी के मुताबिक, विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि इन स्कूलों में भूपेश सरकार के आनंद के लिए खोला गया। यहां मेंटनेस घोटाला है। स्कूलाें में मेंटनेस के नाम पर 800 करोड़ रुपये खर्च किए। एक नया स्कूल नहीं बनाया। जितने में मेंटनेस किया, उतने में तो नया स्कूल भवन बन जाता। विधायक भावना बोहरा ने विपक्ष को लेकर कहा कि इन लोगों ने राज्यपाल के अंग्रेजी के अभिभाषण पर आपत्ति जताई थी। अब स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की तारीफ कर रहे हैं। पहले तय कर लें कि अंग्रेजी पढ़ाना है या नहीं पढ़ाना है। इन स्कूलों में सेटअप के अनुसार नई भर्ती होनी चाहिए।

महापुरुषों का हटा दिया बोर्ड: धर्मजीत

तखतपुर विधायक धर्मजीत ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों से महापुरुषों के नाम के बोर्ड हटाने का मामलाा उठाया। उन्होंने कहा कि कई महापुरुष हैं, जिन लोगों ने पहले दान दिया, जमीन दिया, उनका बोर्ड हटाकर स्वामी आत्मानंद स्कूल नाम लिख दिया गया। तखतपुर में जेएमपी महाविद्यालय का नाम बदल दिया। उन्होंने 1961 में कई एकड़ जमीन दी थी, विनोबा भावे ने जिस स्कूल का उद्घाटन किया वह गायब हो गया।

फिलहाल, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि जाने-माने हिंदी मर्मज्ञ और अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले पं. रामदयाल तिवारी का नाम विलोपित कर दिया। स्वर्गीय बद्री प्रसाद पुजारी का नाम विलोपित कर दिया। विधायक राजेश मूणत ने पूछा कि इन स्कूलों का क्या नया सेटपअ होगा, इसकी नई भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ होगी क्या।

भृत्य व सफाईकर्मी नहीं: अनुज

धरसींवा विधायक ने स्कूलों में भृत्य और सफाईकर्मी की व्यवस्था नहीं होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ऐसे स्कूलों में न सिर्फ शिक्षक, बल्कि इन लोगों की भी भर्ती होनी चाहिए।