देश की सबसे प्रीमियम ट्रेन वंदे भारत कर रही कितनी कमाई?..रेलवे ने RTI में दिया हैरान कर देने वाला जवाब…पढ़ें पूरी खबर
Vande Bharat Express Trains :- देश की सबसे प्रीमियम ट्रेन के तौर पर मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान फरवरी 2019 में वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरु किया था। पिछले 5 साल के दौरान पीएम मोदी ने करीब 102 वंदे भारत ट्रेनों का हरी झंडी दिखाई है।
बता दें कि, चेयर कार के जरिए लंबी दूरी तक कम समय में ले जाने वाली ये ट्रेन देश में काफी पॉपुलर है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस ट्रेन को चलाने से भारतीय रेलवे को क्या फायदा हुआ है? कितने यात्री रोजना इसमें सफर करते हैं और रेलवे इसके जरिए कितनी कमाई करता है?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, वंदे भारत एक्सप्रेस से रेलवे की कमाई को लेकर जानकारी मिली है कि रेलवे वंदे भारत से आमदनी के लिए कोई अलग से रिकॉर्ड ही नहीं रखता है। रेलवे ने यह तो बताया है कि वह अब तक देश में कितने लोग वंदे भारत एक्सप्रेस से सफर कर चुके हैं लेकिन उसकी कमाई को लेकर मंत्रालय या विभाग के पास कोई जानकारी ही नहीं है।
बता दें कि, यह सूचना के अधिकार के तहत मध्य प्रदेश के चंद्रशेखर गौड़ ने, जब यह जानना चाहा कि रेल मंत्रालय ने पिछले दो वर्षों में वंदे भारत ट्रेनों से कितना रेवेन्यू कमाया है और क्या इनके संचालन से कोई मुनाफा या नुकसान हुआ है लेकिन RTI के जवाब में यह ही कह दिया गया कि उनके पास ऐसा कोई डाटा है ही नहीं।
रेलवे या रेल मंत्रालय के पास नहीं है कोई डाटा
दरअसल, भारतीय रेल मंत्रालय ने कहा है कि वो वंदे भारत ट्रेनों से आमदनी का अलग रिकॉर्ड नहीं रखते हैं। रेल मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि हम यह जानकारी देने में रेल मंत्रालय असमर्थ है क्योंकि ट्रेन के हिसाब से राजस्व रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। RTI दायर करने वाले चंद्रशेखर गौड़ ने कहा कि रेलवे के लिए वंदे भारत ट्रेन से प्राप्त राजस्व की स्थिति का अलग रिकॉर्ड रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये भारत की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है और इनकी प्रॉफिटिबिलिटी से रेलवे के असली पॉपुलैरिटी तय होगी।
बुकिंग को लेकर ही खुश है रेलवे
गौरतलब है वंदे भारत ट्रेनें देश के 24 राज्यों मऔर केंद्र शासित प्रदेशों के 284 जिले से होकर 100 रूट्स पर चल रही है। रेलवे ने पिछले साल अक्टूबर में दायर आरटीआई के तहत एक एप्लिकेशन पर कहा था कि वंदे भारत ट्रेनें 92 फीसदी तक बुक रहती हैं। रेलवे इसे कमाई के लिहाज से उत्साहजनक आंकड़ा मानता रहा है लेकिन कमाई को लेकर वंदे भारत का अलग कोई डाटा है ही नहीं।
फिलहाल, इससे पहले वंदे भारत ट्रेनों के उद्घाटन को लेकर होने वाले खर्च की जानकारी भी RTI के जरिए ही सामने आई थी। इसमें सामने आया कि पिछले दो साल में वंदे भारत के 10 उद्घाटन समारोह के दौरान करीब 1.89 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसके मुताबिक हर उद्घाटन में करीब 19 लाख रुपये का खर्च आया है।