Event More NewsPERSONAL CAREPopular Newsघर परिवारविविधसंपादकीय

फूलों से भर जाएगा गुलाब का पौधा…बस जड़ के पास डालें फ्री में मिलने वाली ये चीज…जाने पूरी जानकारी…पढ़ें पूरी खबर


Lifestyle Desk :- भारत में गुलाब के पौधे की कई तरह की वैरायटी मिलती है। ऐसे में अगर आपके गार्डन में भी गुलाब का पौधा लगा है और आप उसमें बहुत सारे फूल चाहती हैं, तो माली का बताया ये काम करें।



गुलाब का फूल यकीनन आपके गार्डन की शोभा बढ़ा सकता है, लेकिन कई लोगों की ये शिकायत होती है कि गुलाब के पौधे में पत्तियां तो बहुत आती हैं, लेकिन फूल नहीं आते या फिर कलियां आती हैं और फूल बनने से पहले ही ये झड़ जाते हैं। ऐसे में गुलाब के पौधे में क्या डालना चाहिए जिससे उसकी ग्रोथ भी हो और पत्तियों से ज्यादा फूल दिखने लगें। गार्डन में आप किसी भी वैरायटी का गुलाब उगा सकते हैं,



हमने नोएडा सेक्टर 27 स्थित नर्सरी के माली कमलेश कुशवाहा से बात की। उन्होंने हमें नर्सरी वालों के कुछ सीक्रेट्स बताए जो अधिकतर लोग नहीं जानते।

तीन महीने में कर दें गुलाब के पौधे की प्रूनिंग



गुलाब के पौधे की प्रूनिंग हम लगभग हर सीजन में कर सकते हैं, लेकिन एक बात का ध्यान रखना जरूरी होता है कि बहुत ज्यादा गर्मी, बहुत ज्यादा सर्दी या बहुत ज्यादा बरसात वाले 15-20 दिनों में ये काम बिल्कुल ना करें। एक्स्ट्रीम मौसम में पौधा यह शॉक बर्दाश्त नहीं कर पाएगा। प्रूनिंग कहां से करनी है उसके बारे में भी आपको पता होना चाहिए। हर सीजन में गुलाब का फूल खिल सकता है और जब फूल पूरी तरह से झड़ जाता है तब उसके नीचे की पत्तियों के नीचे वाले जोड़ से उसकी प्रूनिंग करनी चाहिए।



गुलाब के पौधे को कट करने का तरीका भी सही होना चाहिए। कट हमेशा उस पत्ति के पास से करना चाहिए जहां से नई ब्रांच की ग्रोथ अंदर की तरफ से हो।

कीटनाशक का प्रयोग जरूर करें

गुलाब का पौधा जब भी फ्लावरिंग के लिए तैयार होता है तब उसमें कीड़े जरूर लग जाते हैं। फ्लावरिंग के समय उसमें अलग-अलग तरह के कीड़े और फंगस होती है। इससे बचने के लिए आप नीम ऑयल का उपयोग तो कर सकते हैं, लेकिन कुछ तरह की बीमारी और कीड़ों के लिए वह भी उपयोगी नहीं होता। ऐसे में आपको गुलाब के पौधे की समस्या के हिसाब से ही कीटनाशक का प्रयोग करना चाहिए।



आप पौधे की फोटो खींचकर किसी माली को या फिर किसी बीज भंडार की दुकान पर दिखा सकते हैं जहां आपको समस्या के हिसाब से ही दवा मिल जाएगी। ध्यान रखें कि पौधा हमेशा हरा-भरा रहे इसके लिए उसे बीमारियों से बचाना भी जरूरी है।

अगर पौधे में कुछ ऐसी ब्रांच हैं जिनमें फूल नहीं आ रहे हैं और वह ब्रांच ग्रोथ भी ज्यादा कर रही है, तो उसे कट कर दें। यहां हार्ड प्रूनिंग की जगह सिर्फ एक दो पत्तियों के नीचे से कटिंग करनी चाहिए। ऐसे में उस जगह से नई ब्रांच निकलेगी और फूल खिलने की गुंजाइश भी बनी रहेगी।

ग्रीन नेट के नीचे रखें गुलाब का पौधा



वैसे तो गुलाब के पौधे को धूप चाहिए होती है, लेकिन सीजन बदलते ही धूप बहुत तेज पड़ने लगती है। ऐसे में आपको ग्रीन नेट के नीचे ही पौधे को रखना चाहिए

दोपहर की तेज धूप से उसे बचाना बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे, तो पौधे की ग्रोथ भी कम होगी और उसके फूल भी जल जाएंगे। दोपहर 12 से 4 बजे तक की धूप में गर्मियों में गुलाब का पौधा बिल्कुल ना रखें।

पौधे को नहलाने का सही समय


अब आप सोच रहे हैं कि पौधे में तो पानी डाला जाता है यहां नहलाने की बात क्यों की जा रही है, तो मैं आपको बता दूं कि गुलाब का पौधा कई तरह की बीमारियों से बचा रहता है अगर उसे ठीक से नहलाया जाए तो। पर इसे नहलाने का भी सही समय होता है। आपको इसके लिए शाम या एकदम सुबह का समय चुनना चाहिए और साथ ही इसे रोजाना ना करें। दो चार दिन में एक बार ऐसा किया जाए तो ठीक होगा। इसके साथ ही कलियां आने तक ही इसे करें जब फूल खिल जाए, तो इसे नहलाना बंद कर दें।

गर्मी के मौसम में बहुत ज्यादा खाद देने से बचें

गुलाब में वैसे तो पूरे साल फूल खिल सकते हैं, लेकिन गर्मियों के मौसम में इसमें कम फ्लावरिंग होती है। ऐसे में अगर आप बार-बार इसमें खाद देते रहेंगे, तो होगा यह कि पौधा फ्लावरिंग करने को मजबूर होगा और बिना मौसम फ्लावरिंग से पौधे में बीमारी लगने की गुंजाइश भी बनी रहेगी। इसलिए कम फ्लावरिंग होने के बाद भी बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने पर इसमें लगातार खाद ना डालें। उसे डालने का समय 25-30 दिन के अंतराल में रखें।



किचन में रखी इस चीज से बनाएं फर्टिलाइजर

अगर आपको लगता है कि गुलाब के पौधे में किसी नेचुरल फर्टिलाइजर की जरूरत है, तो उसके लिए आप किचन में रखी हुई चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अंडे के छिलकों से बहुत ही अच्छा फर्टिलाइजर बन सकता है। अंडे के छिलके पहले तो धूप में सुखा लीजिए और उसके बाद उन्हें ग्राइंडर में अच्छे से ग्राइंड कर लीजिए।

हमें इनका पाउडर बनाना है जिससे कैल्शियम पौधे में अच्छी तरह से जा सके। इसके साथ आपको लगभग दो लीटर पानी में 4 बड़े चम्मच नीम खली मिलाकर दो दिन के लिए भिगोकर रख दें।



हमें सबसे पहले अंडे के छिलकों का पाउडर डालना है और इसे डालने से पहले आपको उसकी मिट्टी की गुड़ाई करनी होती है। इस समय ज्यादा गहराई तक गुड़ाई नहीं करनी है बस ऊपरी मिट्टी को थोड़ा सा खोद लें। इसके बाद आप वो फर्टिलाइजर इस्तेमाल कर लें।

इसके बाद आप नीम खली वाला लिक्विड फर्टिलाइजर एड कर दें। इसके बाद पौधे को 24 से 48 घंटे तक रेस्ट करने दें। इस पौधे में 48 घंटे से पहले तभी पानी डालें जब इसकी मिट्टी पूरी तरह से सूख गई हो।