तीन माह बाद ओडिशा से छत्तीसगढ़,वापस लौटा गौतमी और शांति हाथी दल…पढ़ें पूरी खबर
वर्तमान भारत
गजाधर पैकंरा की रिपोर्ट
तुमला –तकरीबन तीन माह तक ओडिशा में डेरा जमाएं रखने के बाद हाथियो के दो बड़े दल छत्तीसगढ़ वापस आ गए हैं। झारखंड मूल के शांति हाथी दल में 25 और गौतमी दल में 14 हाथी शामिल हैं। वन विभाग के मुताबिक गौतमी दल तुमला थाना क्षेत्र के टिकलीपारा में जमा हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस दल में कम से कम 14 हाथी शामिल है। दल की यह संख्या इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि तीन माह पूर्व सरगुजा जिले से वापसी के वक्त गौतमी दल में महज 9 हाथी ही थे। ओडिशा में रहने के दौरान इस दल में दूसरे हाथी शामिल हुए है। तपकरा रेंज के रेंजर अभिनव केसरवानी इसे स्वाभाविक प्रक्रिया बताते है। उल्लेखनीय है कि गौतमी दल को सेटेलाइट कालर आईडी पहनने की तैयारी वन विभाग ने कर रखा है। डीएफओ एसके जाधव ने बताया कि गौतमी दल के पत्थलगांव रेंज में कालर आईडी पहनने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इससे पहले भी गौतमी को कालर आईडी पहनाया गया था। 2020 में लाकडाउन के दौरान यह खुल कर गिर गया था।
ग्रामीण कर रहे रतजगा
बड़ी संख्या में हाथियो के घुसपैठ से सबसे अधिक परेशानी किसानों को हो रही है। धान की फसल खेत और खलिहान में हैं। 1 दिसंबर से शुरू हो रहे समर्थन मूल्य में खरीदी के लिए इन दिनों किसान कटाई और मिसाई में जुटे हुए हैं। ऐसे में हाथियो का खतरा भारी पड़ रहा है। हाथियो की बड़ी संख्या को देखते हुए वन विभाग भी सक्रिय हो चुका है। हाथियो के हलचल की जानकारी देकर लोगो को सतर्क किया जा रहा है। सूचना पहुचाने के लिए इंटरनेट मीडिया कारगर माध्यम साबित हो रहा है।