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शिक्षिका के खिलाफ समाचार प्रकाशन शिक्षक पति को इतना नागवार गुजरा कि उसने पत्रकारों के फर्जी होने तथा उन पर अवैध वसूली का आरोप तक लगा डाला …………पढ़िए, सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस मैसेज का आखिर क्या है वायरल सच…..?किसने किया यह गलत मैसेज वायरल और क्या है उसकी वजह….?

बगीचा । वर्तमान भारत ।

रोहित कुमार ( प्रांतीय ब्यूरो , छ. ग. प्रांत )

इन दिनों छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला के बगीचा विकासखंड में सोसल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा एक मैसेज चर्चा का विषय बना हुआ है।इस मैसेज में तीन व्यक्तियों के एक फोटो के साथ यह लिखा गया है कि ये तीनो फर्जी पत्रकार हैं और घूम – घूमकर इनके द्वारा स्कूलों से 5000से 10000 रुपए तक की मांग की जाती है। उक्त मैसेज में नवापारा के शिक्षक से 5000रुपए लेने तथा प्राथमिक शाला डूहडूहकोना की शिक्षिका से 10000रुपए मांगे जाने का दावा किया गया है । यह मैसेज बगीचा क्षेत्र के कई व्हाट्सएप ग्रुप में चल रहा है और पत्रकारों ,शिक्षकों तथा आम नागरिकों में इस मैसेज को लेकर आग लगी हुई है। संयोग से इस मैसेज में के साथ जो फोटो भेजी गई है उसमे स्वयं मैं और मेरे दो साथी हैं ।पाठकों की जानकारी के लिए यहां यह बताना आवश्यक है कि मैं स्वयं यानि रोहित कुमार बगीचा ब्लॉक के टांगरडीह का रहने वाला हूं और साप्ताहिक समाचार पत्र ” वर्तमान भारत ” का प्रांतीय ब्यूरो चीफ हूं ।फोटो में जो दो अन्य लोग हैं उनसे में एक ” वर्तमान भारत ” के सरगुजा संभाग के संभागीय ब्यूरो चीफ कृष्णा मानिकपुरी जी हैं और तीसरे व्याक्ति हमारे साथी हैं । मैसेज की खबर कल यानि 08 दिसंबर को जब मुझे मेरे एक परिचित ने मोबाइल से कॉल करके दी तो पहले तो मैं स्तब्ध रह गया। मुझे यह भी सुध नहीं रही कि बताने वाले से उस मैसेज को मंगाकर देख लूं कि वास्तव में उस में लिखा क्या है ? उसने जो बताया उसे सच मान लिया और इस साजिश का पर्दाफाश करने का निश्चय किया। अपने अनन्य सहयोगी कृष्णा मानिकपुरी के साथ दिन भर मशक्कत करने के बाद अंततः इस मैसेज को वायरल करने वाले और उसके द्वारा ऐसा करने के कारण का पता लगाने लगाने में सफलता मुझे मिली जिसके आधार पर यह समाचार प्रकाशित किया जा रहा है।

ये है मैसेज के पीछे की असली कहानी

04दिसंबर 2021को “वर्तमान भारत ” के पोर्टल पर बगीचा ब्लॉक के प्राथमिक शाला डूहडूहकोना में पदस्थ शिक्षिका के संबंध में एक समाचार मेरे द्वारा प्रकाशित किया गया था जिसमें शाला के बच्चों की निम्न शैक्षिक स्तर ,घटिया मध्यान्ह भोजन और स्वयं शिक्षिका को भी देश के शिक्षा मंत्री का नाम पता नही होने की बता कही गई थी। समाचार में बतौर प्रमाणा फोटो और वीडियो भी लगाया गया था। दरअसल ये समाचार ही इस व्हाट्सअप मैसेज की मूल में है।पाठकों को स्मरण कराए जाने के उद्देश्य से इस समाचार का लिंक समाचार के अंत में दिया गया है । पाठक चाहें तो उस समाचार को पुनः पढ़ सकते हैं ।

ये हैं फोटो वाले

व्हाट्सअप सेंड करने वाले ने जिन तीन पत्रकारों को फर्जी बताया है दरअसल उनमें जो व्याक्ति फोटो में कुर्सी पर बैठकर मोबाइल देख रहा है और जिसके पीछे बिजली खंभा दिखाई दे रहा है , वह स्वयं मैं हूं। फोटो में खड़े युवक मेरे साथी कृष्णा मानिकपुरी हैं जो ” वर्तमान भारत” में सरगुजा संभाग के संभागीय ब्यूरो चीफ के पद पर कार्यरत हैं । तीसरा युवक जो मेरे सामने की कुर्सी पर बैठे हुए हैं ,हमारे परिचित हैंं,उनका नाम केश्वर दास है ।

फोटो किसने और कब खींची

यह फोटो प्राथमिक शाला भंडार टोली की शिक्षिका विजयन्ती एक्का द्वारा दिनांक 06 दिसंबर को उस समय खींची गई थी जब मैं अपने दोनो सहयोगियों के साथ वहां गया हुआ था । उस दिन हम दोनो के पास बाइक नहीं होने के कारण अपने परिचित केश्वर दास की बाइक उपयोग करने की दृष्टि से हम उन्हें भी अपने साथ लेकर गए थे।

सोशल मीडिया पर किसने किया वायरल

क्लेमेंट तिग्गा के मोबाइल से वायरल फोटो का स्क्रीन शॉट नाम और नंबर स्पष्ट दिख रहा है

सोसल मीडिया पर जो फोटो वायरल हो रहा है वह फोटो 6दिसंबर को प्राथमिक शाला भंडार टोली की शिक्षिका विजयन्ती एक्का ने खींची थी । मिडिल स्कूल ढोढरअम्बा में पदस्थ शिक्षक क्लेमेंट तिग्गा शिक्षिका विजयन्ती एक्का के परिचित हैं। विजयन्ती एक्का ने उस फोटो को क्लेमेंट तिग्गा को फॉरवर्ड कर दिया था जिसने उस फोटो का गलत उपयोग करते हुए उसे वायरल कर दिया और झूठे आरोप को प्रमाणित करने के प्रयास में इसे प्रमाण के रूप में उपयोग किया जबकि फोटो का स्थल न तो नवापारा स्कूल का है और न ही डूहडूहकोना का ।

इस वजह से क्लेमेंट तिग्गा ने लगाया आरोप और किया वायरल

क्लेमेंट तिग्गा प्राथमिक शाला डूहडूहकोना की शिक्षिका शांति कलारा तिग्गा के पति हैं। शांति कलारा के संबंध में मेरे द्वारा 4दिसंबर को जो समाचार प्रकाशित किया गया था उससे क्षुब्ध होकर अपनी पत्नी के बचाव तथा मुझे और मेरे साथियों को बदनाम करने के उद्देश्य से क्लेमेंट तिग्गा द्वारा इस प्रकार का मैसेज वायरल किया जा गया था ।

इस प्रकार हुआ क्लेमेंट की साजिश का भंडाफोड़

प्राथमिक शाला नवापारा के प्रधान पाठक इग्नेस टोप्पो

कल तक यानि 08 दिसंबर की सुबह 10बजे तक मेरे विरुद्ध सोशल मीडिया पर चल रहे मैसेज की जानकारी मुझे बिलकुल ही नही थी । कल 10 बजे के बाद मेरे एक करीबी से मुझे यह जानकारी मिली कि नवापारा के शिक्षक से 5000रुपए लेने और और डूहडूहकोना की शिक्षिका से 10000रुपए मांगे जाने के संबंध में मेरे विरुद्ध सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। जानकारी मिलने के बाद मुझे याद आया कि 29 नवंबर को मैं अपने साथियों के साथ प्राथमिक शाला नवापारा में गया था,तो मैं सीधा नवापारा चला गया और वहां के प्रधान पाठक से इस संबंध में जानकारी ली तो उन्होंने साफ इंकार करते हुए कहा कि मैने इस प्रकार की कोई बात किसी से कही ही नही है। मैने उनकी बाइट ली और घर आ गया। तब तक मैने वायरल हो रहे मैसेज को अपनी आंखों से देखा नही था, सिर्फ सुना था। इसलिए मैने अपने एक परिचित को कॉल करके उक्त मैसेज को मंगाया और ध्यान से इस फोटो को देखा तो मुझे याद आया की यह फोटो प्राथमिक शाला भंडार टोली की शिक्षिका विजयन्ती एक्का ने खींची थी। मैंने उन्हें कॉल किया तो सारा माजरा समझ में आ गया । उन्होंने बताया वह फोटो उनके द्वारा क्लेमेंट तिग्गा को फॉरवर्ड किया गया था जो पूर्व माध्यमिक शाला ढोढरअम्बा में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। क्लेमेंट तिग्गा का नाम कल मैने पहली बार विजयन्ती एक्का मुंह से सुना था ।इसके पहले न तो मैं कभी उनके स्कूल पूर्व माध्यमिक शाला ढोढरअम्बा में गया था और न ही उनके बारे में कभी सुना था या कभी व्यक्तिगत रूप से , मोबाइल से अथवा अन्य किसी माध्यम से उनसे बात किया था ।मेरे बार – बार पूछने पर काफी ना नुकुर के बाद विजयन्ती एक्का ने ही मुझे बताया कि क्लेमेंट तिग्गा शिक्षिका शांति कलारा तिग्गा के पति हैं । इस जानकारी के साथ ही पूरा मामला साफ हो गया कि क्लेमेंट तिग्गा ने हमे बदनाम करने की साजिश क्यों की।शिक्षिका विजयन्ती एक्का से मिली जानकारी की पुष्टि के लिए मैने आज पूर्व माध्यमिक शाला ढोढरअम्बा के प्रधान पाठक बुधनाथ सिंह का मोबाइल नंबर और नाम पता लगाकर उन्हें कॉल किया और क्लेमेंट तिग्गा के संबंध में मिली जानकारी की पुष्टि की। बुधनाथ सिंह ने मुझे या “वर्तमान भारत ” टीम के किसी सदस्य को जानने अथवा पहचानने से इंकार भी किया जिसका ऑडियो क्लिप भविष्य में उपयोग के लिए मेरे पास सुरक्षित रखा गया है। इस प्रकार नवापारा के मिडिल स्कूल या प्राइमरी स्कूल के किसी भी शिक्षक ने यह नहीं कहा कि उनसे किसी पत्रकार ने ठगी की है या अवैध ढंग से पैसे की वसूली की है।

क्लेमेंट तिर्की ने शातिराना ढंग से अलग – अलग सूत्रों को एक साथ जोड़कर बदनाम करने की कोशिश की

मेरे नेतृत्व में ” वर्तमान भारत ” की टीम दिनांक 29 नवंबर को प्राथमिक शाला नवापारा , दिनांक 04 दिसंबर को प्राथमिक शाला डूहडूहकोना और दिनांक 06 दिसंबर को प्राथमिक शाला भंडार टोली के भ्रमण पर थी। पूर्व माध्यमिक शाला ढोढरअम्बा जहां क्लेमेंट तिग्गा की पोस्टिंग है , वहां मैं या मेरी टीम का कोई सदस्य कभी गया ही नहीं । प्राथमिक विद्यालय नवापारा के प्रधान पाठक से बात हो जाने के बाद यह पूरी तरह से साफ हो गया कि क्लेमेंट तिग्गा ने तीन अलग – अलग दिन के भ्रमण को एक सूत्र में जोड़कर उन्होंने हमारी टीम को बदनाम करने की कोशिश की है जो उनकी दूषित मानसिकता का परिचायक है ।

इस वजह से ” वर्तमान भारत ” की टीम करती है स्कूलों का दौरा

” वर्तमान भारत” टीम द्वारा विकासखंड बगीचा में शिक्षा के स्तर और मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता के संबंध में एक अध्ययन किया जा रहा । इन दोनों मुद्दों से बच्चों का भविष्य जुड़ा हुआ है और इन पर सरकार प्रतिवर्ष अरबों रुपए खर्च करती है । “वर्तमान भारत ” की टीम यह अध्ययन कर रही है कि इन दोनो का जमीनी स्तर पर वास्तविक स्तिथि क्या ह है। इसलिए टीम लगातार स्कूलों का भ्रमण कर रही है जो आगे भी जारी रहेगा ।

प्राथमिक शाला डूहडूहकोना का पूर्व में प्रकाशित समाचार