पत्थलगांव वन परिक्षेत्र में 11 हाथियों के दल का आगमन…क्षेत्र के गांवों में दहशत का आलम…वन विभाग की समझाइश-छेड़खानी न करें,शांति से हाथियों को निकल जाने दें!..पढ़ें पूरी खबर
जशपुर । वर्तमान भारत ।
गजाधर पैकरा की रिपोर्ट
पत्थलगांव/जशपुर (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत। जिले के पत्थलगांव वन परिक्षेत्र में 11 हाथियों का एक समूह का आगमन हुआ है। वन विभाग की टीम इन हाथोंयों की समूह पर निगरानी बनाए हुए हैं। बताया जाता है कि बुधवार को इस दल ने तपकरा वन परिक्षेत्र से पत्थलगांव के महेशपुर,खुंटापानी इलाके में प्रवेश किया था।
हाथियों के इस समूह की वजह से क्षेत्र के आसपास की गांव की ग्रामीणों में दहशत का आलम छाया हुआ है। हालांकि अभी तक हाथियों की यह समूह ने ज्यादा क्षति नहीं पहुंचाया है।
हाथियों का समूह महेशपुर की टोंगरीपारा में किसान जोगी पैंकरा और हरी यादव की बाड़ी में घुस गए थे। हाथियों ने बाड़ी में घुसकर टमाटर, प्याज व गोभी की सब्जीयों को कुचलकर क्षति पहुंचाया है। गुरुवार को दिनभर यह हाथियों का समूह खूंटापानी के जंगल में थे।
11 हाथियों की इस समूह की वजह से विभाग ने महेशपुर, खुंटापानी, चिकनीपानी, मठपहाड़, जामझोर कोकियाखार, मयूरनाचा, कोयलापहरी कुकुरभूंका, सांवाटोली सहित 10-11 गांवों को अलर्ट रहने की हिदायत दी है।
वन विभाग की टीम ने हाथी समूह विचरण कर रहे क्षेत्र के ग्रामीणों को जंगल ना जाने की सख्त हिदायत दी है। इसके साथ ही सावधान रहने को कहा गया है तथा उनके साथ छेड़खानी ना करने की सख्त हिदायत दिया गया है।
छेड़खानी न करें, शांति से हाथियों को निकल जाने दें
पत्थलगांव रेंजर कृपासिंधु पैंकरा ने बताया इन हाथियों के समूह में 9 व्यस्क और दो शावक हैं। शावकों की वजह से यह हाथियों का समूह का मूवमेंट काफी धीमा है। यह हाथियों का समूह वापस तपकरा वन परिक्षेत्र की तरफ रुख करने की संभावना है।
अभी गर्मियों की तपन की वजह से हाथी जंगल और उससे लगी जलाशय, तालाब में पानी पीने उतरते हैं। यदि बस्ती के बाहर तालाब में हाथी दिखे तो ग्रामीण शोर मचाते हुए दल के साथ छेड़खानी ना करें। यह दल काफी शांति के साथ विचरण कर रहे हैं।