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छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत का सिलसिला जारी…जशपुर में करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक और नर हाथी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा..पढ़ें पूरी खबर

बगीचा । वर्तमान भारत

गजाधर पैकरा

बगीचा/जशपुर(छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बगीचा वन परिक्षेत्र के कुरडेग में मंगलवार रात 4 हाथियों का दल विचरण कर रहा था। गांव में ही एक किसान ने खेतों में सिंचाई के लिए तार लगाकर करंट प्रवाहित कर रखा था। इसी दौरान एक नर हाथी की करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ जाने से जान गवानी पड़ी है। अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने हाथी का शव देखा और वन विभाग को सूचना दी।

छत्तीसगढ़ में लगातार हाथियों का मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार करंट लगने से हाथियों की मौत हो रही है। अब एक बार फिर मंगलवार रात जशपुर में करंट की चपेट में आकर एक नर हाथी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।

यह 1 महीने में तीसरी घटना है, जहां हाथियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया है। फिलहाल सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। मामला जशपुर के बगीचा वन मंडल परी क्षेत्र का है।

जमीन मालिक पालो साय ने बताया कि उसने खेती करने के लिए रवि नागवंशी को अपनी जमीन किराए पर दिया है। रवि नागवंशी ने खेत में सिंचाई के लिए बिजली से चलने वाला मोटर लगाया था। जिससे करंट लगने से हाथी की मौत हो गई। वन विभाग की टीम हाथी की मौत को लेकर जांच कर रही है। मौके पर ही पशु चिकित्सकों को बुला लिया गया है। वहीं पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

दरअसल बगीचा,पंडरापाठ, तपकरा, पत्थलगांव क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों में इन दिनों 65 हाथियों का अलग-अलग दल भ्रमण कर रहे हैं। हाथियों का दल पंडरापाठ क्षेत्र के पाठ इलाके में भी पहुंच जाने से ठंड में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। हालांकि वन विभाग लोगों को अलर्ट कर रहा है।